जय हिन्द न्यूज/जालंधर
करोड़ो के जमीनी सौदे की आड़ में दस्तावेजी जालसाजी करके NRI महिला को ठगने वाले जालंधर के फरार पिता-पुत्र के खिलाफ पंजाब पुलिस ने आज एक और NRI के साथ ठगी-जालसाजी करने पर मामला दर्ज किया है।
नई बात यह भी सामने आई है कि ठगी के गैंग में तीन और लोग शामिल पाए गए हैं जिनको दूसरे केस में नामजद किया गया है। इनमें से एक परिंदे अकैडमी के संचालक राजन स्याल का भाई शैलेन्द्र स्याल भी है जिसको हिरासत में लिए जाने की खबर मिली है।
कमिश्नरेट पुलिस जालंधर के NRI थाना से मिली जानकारी के मुताबिक 233, मोता सिंह नगर जालंधर निवासी भारतीय मूल के यू.के. ब्रिटिश नागरिक वयोवृद्ध परमजीत सिंह तक्खड़ पुत्र महिन्दर सिंह तक्खड़ की शिकायत पर पंजाब पुलिस के NRI विंग की उच्च स्तरीय जांच रिपोर्ट के आधार पर कुल 5 लोगों के खिलाफ जाली प्रॉपर्टी एग्रीमेंट और कैश पेमेंट की जाली रसीदे बनाकर कोर्ट से स्टे और फिर डिकरी हासिल करने और पहले ही ज़मीन की चार दीवारी करके कब्ज़ा करने के आरोप साबित होने पर केस दर्ज़ किया है।
FIR के मुताबिक 201, चहार बाग जालंधर निवासी विकास शर्मा उर्फ चीनू पुत्र तिलक राज, इसके दोनों पुत्रों कार्तिक शर्मा तथा वंश शर्मा, 135 कोट मोहल्ला, बस्ती शेख जालंधर निवासी शैलेन्द्र स्याल पुत्र मंगत राय स्याल तथा 41 संत चन्नन सिंह कालोनी, जिला श्री अमृतसर साहिब निवासी तरविंदर सिंह पुत्र मुख्तियार सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 465, 467, 468, 471, 448, 511 तथा 120-बी के तहत केस में नामजद किया है। हालांकि एक 19/1 न्यू देयोल नगर जालंधर निवासी महिला सुहानी खुराना पत्नी स्व. दीपक खुराना के खिलाफ शिकायत पर एक्शन लंबित रखा गया है।
थाना पुलिस के मुताबिक आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। गुप्तचरों ने आरोपियों के किसी ट्रैवल एजैंट तथा बैंक मालिक के ठिकानों के पते दिए हैं तथा कुछ पुलिस अधिकारियों के निजि ठिकानों की लोकेशन शेयर की है। साथ ही कुछ ऐसे मोबाइल नंबरों की जानकारी भी सांझा की है जो किसी अन्यों के हैं लेकिन उसका इस्तेमाल आरोपी कर रहे हैं। थाना पुलिस ने दावा किया है कि आरोपी रेंज में आ चुके हैं। अगर लोकेशन नहीं बदली तो जल्द ही सभी हिरासत में होंगे।
उधर, पिता-पुत्र गैंग के खिलाफ यह संगीन एवं गैर-जमानती धाराओं के तहत केस दर्ज करवाने में अहम भूमिका निभा रहे एक देसी हलवाई ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि केस दर्ज होने की भनक लगते ही पिता-पुत्र दोनों फरार हो गए थे। गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने अपने सभी मोबाइल भी बंद कर दिए हैं।
हलवाई ने बताया कि पिता-पुत्र उसको भी एक जमीनी सौदे में फंसाकर काफी समय से परेशान कर रहे थे। झूठी खबरें भी प्रकाशित करवाई लेकिन वो डरे नहीं और इनके शिकार लोगों को सहारा देकर कानूनी कार्रवाई करवाने के उचित स्तर पर पहुंचने में मदद की। हलवाई का दावा है कि वो अब इन पिता-पुत्र को जेल भेजकर ही चैन की सांस लेगा।
अब क्या है यह दूसरा मामला
यू.के सिटीजन परमजीत सिंह तक्खड़ की शिकायत के मुताबिक उनके पास होटल पार्क प्लाजा के पास स्थित 35 मरले की प्राइम लोकशन वाली प्रापर्टी की मालकी थी। इसके साथ ही भीम सैन जगोता नामक व्यक्ति के पांच मरले भी जमीन थी जिसको आरोपी विकास शर्मा उर्फ चीनू ने खरीद लिया और साथ वाली 35 मरले जमीन खरीदने के लिए एनआरआई परमजीत सिंह के साथ सौदा कर लिया। परमजीत सिंह के मुताबिक सौदा 23.50 लाख रुपए प्रति मरला के हिसाब से हुआ और पेशगी रकम 50 लाख रुपए वसूल करके रजिस्ट्री का समय ले लिया गया। आरोप है कि इसी सौदे का बाद में फर्जी सेल एग्रीमैंट बना लिया गया जिस पर सौदा 13.50 लाख रुपए प्रति मरला लिख लिया और फिर 4.15 करोड़ की जाली रसीदें बना ली। मजे की बात यह कि जांच में न तो सेल एग्रीमैंट की असल और न कैश अदायगी की असल रसीदें पेश की गई। इसके बाद आरोपी विकास ने परमजीत सिंह को बातों में उलझाकर रखा और दूसरी तरफ पांच मरले खरीदी जमीन के साथ-साथ पूरे 35 मरले जमीन पर चारदीवारी करके कोर्ट में सिविल केस कर दिया। हैरत की बात यह कि उसे पता भी था कि परमजीत सिंह यू.के सिटीजन है लेकिन उसने कोर्ट में केस करते समय यह बात छुपाई और पहले स्टे आर्डर ले लिया और बाद में सम्मन की तामीली का खेल करके एक्स पार्टी डिक्री भी अपने हक में ले ली। उधर जैसे ही इस बात की भनक परमजीत सिंह को लगी उन्होंने तत्काल अपने वकीलों के जरिए इसको चैलेंज किया और पंजाब के एनआरआई कमिशनर में इसकी शिकायत दायर कर दी जिसकी जांच के बाद आज यह केस दर्ज हुआ। अब देखते हैं कि आगे इनके खिलाफ क्या नई शिकायतें आती है। वैसे आरोपी पक्ष की रईसी को लेकर भी काफी शोर मच रहा है और सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि इनके पास इतनी बेशुमार दौलत कहां से आई है। वैसे इनके तार पूर्व मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया के साथ जोडक़र भी देखे जाने लगे हैं।
गौरतलब है कि गत दिवस पुलिस ने पिता-पुत्र के खिलाफ भारतीय मूल की अमेरिकन सिटीजन इन्द्रजीत कौर पत्नी हरदीप सिंह गोल्डी निवासी 312, जीटीबी नगर जालंधर की शिकायत पर कमिश्नरेट पुलिस जालंधर ने पंजाब के NRI विंग की उच्च स्तरीय जांच रिपोर्ट के आधार पर 201, चहार बाग जालंधर निवासी विकास शर्मा उर्फ चीनू पुत्र तिलक राज तथा कार्तिक शर्मा पुत्र विकास शर्मा के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 465, 467, 468, 471 तथा 120-बी के तहत केस दर्ज किया था।
संगीन आरोपों के चलते पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की हिरासत में चल रहे पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के बेहद करीबी माने जाते आरोपी विकास शर्मा के कई पुलिस अधिकारियों व गर्मख्याली नेताओं के साथ भी खासे लिंक बताए जाते हैं। पीडि़त का दावा है कि उनको जान से मरवाने की धमकियां भी दी गई। केस दर्ज करवाने के लिए ऐढ़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ा क्योंकि आरोपी विकास का कई बड़े अफसरों ने खुलकर फेवर किया जिसके खिलाफ वो जल्द अलग से शिकायत करेंगे।
उधर, केस दर्ज होने के बाद दोनों पिता-पुत्र अपने सभी मोबाइल फोन नंबर स्विच ऑफ करके गायब बताए जा रहे हैं। एफआईआर में मौजूद कंटैंट के मुताबिक पुलिस ने उनका भ